Metaverse क्या है ? Metaverse का अनुभव करने के लिए हमें किन उपकरणों की जरुरत पड़ेगी ?

What is Metaverse | Metaverse Kya Hai | Metaverse in Hindi | Metaverse dikhne me kaisa hai | Metaverse technology | Metaverse in India | Metaverse example | Metaverse games | metaverse nft |metaverse company | metaverse worlds | metaverse VR | metaverse facebook | metaverse app | metaverse explained

Table of Contents

METAVERSE दो शब्दों से मिलकर बना है : META और VERSE. Meta का अर्थ है beyond यानी जो हमारे मस्तिष्क और सोच से परे हैं यानी जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. यहाँ Verse का अर्थ है Universe, यूनिवर्स यानी ब्रह्मांड, सारी सृष्टि जिसमें सारे ग्रह – नक्षत्र, चांद, तारे, गैलेक्सी आदि आते हैं. तो Metaverse का अर्थ हुआ एक ऐसी दुनिया जो हमारी कल्पनाओं से परे है और कंप्यूटर द्वारा बनाई गई है. कुल मिलाकर यह कंप्यूटर द्वारा बनायीं गई एक आभासी दुनिया है.

Metaverse शब्द कहाँ से आया ?

Metaverse की कल्पना किसी वैज्ञानिक या Blockchain Developer ने नहीं किया था बल्कि एक लेखक ने किया था.

इसका इस नाम का उपयोग सर्वप्रथम लेखक नील स्टीफेनसन ने 1992 में अपने उपन्यास Snow crash में किया था . 1992 में यह सब काल्पनिक लगता होगा लेकिन Metaverse आज हकीकत के काफी करीब है.

Neal Stephenson ने इसी पुस्तक में सबसे पहले Metaverse का जिक्र किया था.

फेसबुक को नाम बदलकर Meta रखने की जरूरत क्यों पड़ी ? (Why did Facebook change the name to Meta?)

फेसबुक विश्व के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में से एक है. इस प्लेटफार्म पर रोजाना लाखों लोग एक्टिव रहते हैं और कई सारे कंटेंट क्रिएटर इस प्लेटफार्म का उपयोग करके पैसा भी कमा रहे हैं. अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी था कि आखिर इतने पॉपुलर फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मिटा क्यों रखा है आइए जानते हैं.

फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा क्यों रखा ?

आपको बता दूँ कि Facebook का नाम पहले The facebook था। (दी सोशल नेटवर्क मूवी में भी इस बात को बताया गया है जो कि सच है). फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का मानना है कि भविष्य में टेक्नोलॉजी से संबंधित काफी सारी चीजें बदल जाएँगी. आने वाले समय में सोशल मीडिया का एक्सपीरियंस काफी बदल जाएगा. आने वाले वक्त में लोग सोशल मीडिया पर virtually मिल सकेंगे और उसका एक्सपीरियंस ऐसा होगा जैसे कि हम वास्तव में उससे मिल रहे हैं.

Meta के लिए मार्क जुकरबर्ग की क्या तैयारी है ?

मार्क जुकरबर्ग ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए उसकी तैयारी अभी से ही शुरु कर दिया है. धीरे-धीरे फेसबुक में समय के साथ आपको काफी चेंज दिखाई देने लगेगा. मार्क जुकरबर्ग ने Meta के लिए 50 मिलियन डॉलर खर्च करने के बात की है और फेसबुक कंपनी ने इस प्रोजेक्ट के लिए 10,000 सॉफ्टवेयर और टेक्निकल इंजीनियर को नौकरी पर रखा है.

आपको बता दूँ कि Meta फेसबुक की पैरेंट कंपनी है। मेटा के अंतर्गत Facebook , WhatsApp और Instagram तीनो कम्पनियाँ आती हैं.

Facebook Meta Logo. Photo Credit : Vecteezy

Metaverse techology क्या है ? इसे अनुभव करने के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ेगी ? (What is Metaverse technology| Metaverse technology kya hai | What are the things needed to experience it)

जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि मेटावर्स का अनुभव करने के लिए आपको हाई स्पीड इंटरनेट की जरूरत पड़ेगी. अगर आप मेटावर्स की दुनिया में प्रवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपका स्कैन करके 360 degree का एक अवतार (Avatar) बनाया जाएगा. ठीक वैसा ही मिलता जुलता जैसा आप 3D एनीमेशन मूवी में किसी करैक्टर को देखते हैं . मेटावर्स का अनुभव करने के लिए आपको इंटरनेट के अलावा वर्चुअल रियलिटी (VR) हेडसेट, स्मार्ट फोन और मोबाइल ऐप की जरूरत पड़ेगी.

मेटावर्स हमारे जीवन में कब तक प्रवेश करेगा हम कब तक इसका अनुभव ले सकेंगे ? (defining the metaverse and living in the metaverse)

मेटावर्स पर बहुत तेजी से काम हो रहा है. कंपनियों में एक होड़ सी लगी है कि उसे early birds के बेनिफिट मिले. अभी तक इस क्षेत्र में जितने भी शोध और विकास हुए हैं वह बहुत कम है क्योंकि इसका क्षेत्र बहुत व्यापक है इसलिए आम लोगों के लिए इसे बनने में अभी और वक्त लग सकता है लेकिन ऑनलाइन खेले जाने वाले वीडियो गेम्स जैसे Pokemon GO और Axie Infinity में यह टेक्नोलॉजी काफी हद तक आ गई है जिसमें आप पर virtually उस गेम के अंदर प्रवेश करके अपने टास्क को पूरा करते हैं.

टॉप 10 मेटावर्स वीडियो गेम्स कौन से हैं ? (What are the top 10 metaverse games? Practice case study)

Pokemon GO से ही inspire होकर Axie Infinity गेम बना है। आज के सामान्य डिजिटल गेम के तुलना में , मेटावर्स में चीजें रीयल-टाइम में होती हैं, कोई पॉज नहीं, गेम ओवर, या रीसेट नहीं होता है. इसके अलावा, fast internet connection और Powerful virtual reality headset के कारण चीजें अधिक सजीव और रियल लगती हैं. Haptic Gloves और Jacket के कारण ऐसा लगता है जैसे हम सच में किसी को छू रहे हैं चाहे वह कितनी ही दूर हमसे क्यों न हो. यहाँ हम नीचे लिस्ट में बता रहे हैं top 10 games in metaverse के बारे में.

टॉप 10 Metaverse game है :

  1. Axie Infinity
  2. Decentraland
  3. Sandbox
  4. Illuvium
  5. Chain of Alliance
  6. My Neighbor Alice
  7. Krystopia
  8. Alien Worlds
  9. Farmers World
  10. Prospectors
Haptic Gloves for Metaverse Games : Photo Credit OpenPR

Metaverse दिखने में कैसा रहेगा ? (How does the metaverse look like?)

Metaverse एक आभासी दुनिया है जिसमें इस संसार में मौजूद लोग, घर, malls, पेड़ ,पक्षी, पहाड़ सब रहेंगे लेकिन वह असल में नहीं बल्कि आभासी रूप में रहेंगे. आप Metaverse में एक दूसरे से मिल सकेंगे, बात कर सकेंगे, हाथ मिला सकेंगे. आपको महसूस होगा जैसे कि यह सब सच में हो रहा है .आप घर बैठे अमेरिका के किसी म्यूजिक कंसर्ट में शामिल हो सकेंगे और चीयर्स कर सकेंगे. कुल मिलाकर यह आपके सपनों की दुनिया जैसी रहेगी.

Metaverse City
Computer generated Metaverse City

Metaverse से हमारे जीवन में क्या बदलाव आएगा ? (How will the Metaverse change our lives?)

Metaverse के माध्यम से एक बड़ा बदलाव हम सब के ऊपर आएगा. यह तकनीक दूरियों को मिटाने का काम करेगी. आपने कोई चीज की इच्छा की और वह चीज पल भर में आपके सामने होगी.

पहले हम एसएमएस के माध्यम से बात करते थे. क्या आपको Pager याद है ? फिर मोबाइल फोन आया और हम वॉइस और वीडियो कॉल पर बात करने लगे. यह वेब 2.0 की बात है .Metaverse वेब 3.0 पर आधारित टेक्नोलॉजी है. कैसा रहेगा जब आप वीडियो कॉल पर बात करते हुए एक दूसरे से हाथ मिला सकेंगे और गले लगा सकेंगे . Metacerse से work from home का कांसेप्ट बदल जाएगा. आप घर बैठे ही ऑफिस जैसे माहौल में काम कर पाएंगे.

Vodafone Pager : Photo Credit – The Guardian

Metaverse के रियल लाइफ उदाहरण क्या है ?

अभी सामान्यतः हम इंटरनेट पर जो कुछ भी अनुभव कर रहे हैं जैसे – सोशल मीडिया का उपयोग, YouTube पर वीडियो देखना आदि, यह सब वेब 2.0 के उदाहरण हैं. मैंने ऊपर आपको बताया है कि Metaverse Web 3.0 पर आधारित होगा. फोर्टनाइट, पोकेमोनगो या फ्री फायर जैसे वीडियो गेम Metaverse की कुछ शुरुआती तकनीक पर आधारित है. इस गेम में आप सशरीर शामिल नहीं होते हैं बल्कि आप virtually यानि आभासी रूप में शामिल होते हैं. आपको वर्चुअल कपड़े और हथियार मिलते हैं. वे हथियार असल हथियार जैसे ही दिखते हैं एवं उनके ही जैसे काम करते हैं.

भारत में Metaverse के कुछ real life उदाहरण (Some real life examples of Metaverse in India)

  • Abhijeet Goel और Dr. Sansrati एक टेक एंटरप्रेन्योर हैं और एक दूसरे से मेट्रीमोनियल साइट पर मिले थे. वो चाहते थे कि उनकी शादी में दुनिया भर के उनके फ्रेंड्स, कलीग्स और family शामिल हों , इसलिए उन्होंने मेटावर्स में शादी करने का निर्णय किया। इससे उनके फ्रेंड्स जो भारत से बहार रह रहे थे वे भी शामिल हो सकेंगे. सबसे पहले कंप्यूटर पर सभी का एक 3D अवतार बनाया गया और फिर इन सब को मेटावर्स में प्रवेश कराया गया. भारत में यह पहली शादी है जो मेटावर्स में हुई है. यह शादी मेटावर्स प्लेटफॉर्म Yug Metaverse में हुई थी.
  • तमिलनाडु में भी एक कपल ने अपने Wedding Reception को Metaverse में आयोजित करवाया था जिसमे उनके हजारों Friends और Family members शामिल हुए थे.

Metaverse के क्या खतरे हो सकते हैं ? क्या Metaverse में हुए क्राइम को असल दुनिया के कोर्ट में सुनवाई होगी ?

  • जैसे हर एक सिक्के के दो पहलू होते हैं ठीक उसी प्रकार हर एक टेक्नालॉजी के अपने कुछ फायदे एवं एवं नुकसान होते हैं. डाटा प्राइवेसी एक बड़ा खतरा हो सकता है इसमें यूजर्स का प्राइवेसी डाटा Metaverse की कंपनियों के पास जा सकता है.
  • सिक्योरिटी एक बड़ा कंसर्न है कि Metaverse में किस प्रकार की सिक्योरिटी रहेगी, उसका क्या नियम होगा? Metaverse में छेड़खानी की घटना हो चुकी है. ऐसे में यह देखना जरूरी है कि इन सब चीजों को कैसे रोका जा सकता है. क्या Metaverse में हुए क्राइम को असल दुनिया के कोर्ट में सुनवाई होगी?

Metaverse का क्या अर्थ है ?

Metaverse का एक ऐसी दुनिया है जो हमारी कल्पनाओं से परे है और कंप्यूटर द्वारा बनाई गई है. हम कह सकते हैं कि यह कंप्यूटर द्वारा बनाई गई एक आभासी दुनिया है जो सच्ची दुनिया का आभास कराती है.

Metaverse शब्द कहाँ से आया है ?

सबसे पहले इस नाम का उपयोग लेखक नील स्टीफेनसन ने 1992 में अपने उपन्यास Snow crash में किया था.

Metaverse का अनुभव करने के लिए हमें किन उपकरणों की जरुरत पड़ेगी ?

इसे अनुभव करने के आपको High speed Internet , Smartphone , Mobile App, VR Headset के अलावा Haptic Gloves और jackets की जरुरत पड़ेगी.

क्या हर कोई Metaverse का अनुभव कर सकता है?

जी हाँ , हर कोई इसका अनुभव कर सकता है. बस आपके पास ऊपर लिखे उपकरण आपके पास होने चाहिए.

मेटावर्स से समाज में क्या बदलाव आएगा ?

इंटरनेट ने हमारे जीवन को कई मायनों में बदल दिया है. आशा है कि मेटावर्स और Web 3.0 के आने से हम सब के जीवन पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा. वर्क फ्रॉम होम का कांसेप्ट एकदम से बदल जायेगा. कई मायनो में दूरियाँ मिट जाएँगी.

मेटावर्स से क्या नुकसान हो सकता है ?

प्राइवेसी और सिक्योरिटी का खतरा हो सकता है. लोग पहले से ज्यादा Isolate हो जायेंगे.

किस दूरसंचार कंपनी ने मेटावर्स में भारत का पहला मल्टीप्लेक्स लांच किया है ?

 भारती एयरटेल लिमिटेड ने 20 Screen वाला multiplex मेटावर्स में लांच किया है.

किस हॉस्पिटल ग्रुप ने भारत का पहला हॉस्पिटल मेटावर्स में खोला है ?

हैदराबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल भारत का पहला हॉस्पिटल है जो मेटावर्स में खुला है.

India की First Instagram Virtual Influencer कौन है ?

Kyra First Instagram Virtual Influencer है. Instagram पर इसके कुल 1 लाख Followers हैं.

Metaverse Digital Clothing Store किसने लॉंच किया है ?

Meta (Facebook की Parent Company) ने.

Metaverse Wallet, Meta Pay को किसने लॉंच किया है ?

Meta ने.

First Indian Fashion Label कौन है जिसने Metaverse में फैशन शो आयोजित करवाया ?

Papa Don’t Preach. इसकी Owner Subhika है.

Chef Vikas Khanna की एक पुस्तक 39 लाख में क्यों बिकी ?

क्योंकि उन्होंने इसे NFT बना कर बेचा. इस पुस्तक को NFT बनाने में NFT-metaverse marketplace Akshaya.io ने हेल्प की है.

Chef Vikas Khanna पुस्तक का क्या नाम है ?

Sacred Foods of India.

इसे भी पढ़ें :

Leave a Comment